Getting My बबूल के फायदे और नुकसान To Work



निर्धनता को परिभाषित कीजिएद्य भारत में निर्धनता के विभिन्न कारणों को रेखांकित कीजिए - nirdhanata ko paribhaashit keejiedy bhaarat mein nirdhanata ke vibhinn kaaranon ko rekhaankit keejie

जिस शब्द रूप से एक से अधिक वस्तुओं पदार्थों या व्यक्तियों का बोध हो उसे क्या कहते है? - jis shabd roop se ek se adhik vastuon padaarthon ya vyaktiyon ka bodh ho use kya kahate hai?

पीरियड्स के समय होने वाले क्रैंप्स और पीरियड से संबंधित अन्य समस्याओं में गुलमोहर के फूल को सुखाकर इसका चूर्ण का सेवन आराम पहुंचा सकता है.

बबूल की छाल के काढ़ा से गरारा करने से भी दांतों के दर्द से राहत मिलती है।

बबूल बालो के गिरने या झड़ने में लाभकारी

हर्पीज की check here समस्या महिला और पुरुष किसी को भी हो सकती है. हर्पीज एक प्रकार का इन्फेक्शन है, जिसमें स्किन के ऊपर छोटे-छोटे छाले जैसी स्थिति हो जाती है.

दुर्खीम के अनुसार सामूहिक प्रतिनिधित्व का प्रतीक क्या है - durkheem ke anusaar saamoohik pratinidhitv ka prateek kya hai

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बबूल से बनाये हुए काढ़ा, चूर्ण, गोंद का इस्तेमाल कैसे करें ?

बबूल की छाल में मिश्री मिलाकर पीने से शरीर में होने वाले जलन की समस्या में आराम मिल सकता है।

इसके अलावा बबूल की छाल का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से दांतों का दर्द दूर होता है।

घाव में बबूल के पत्तों को पीसकर लगाने से जल्द आराम मिल सकता है। वैसे इसके बेहतर परिणाम के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना सही रहता है।

बहुत कम मामलों में, बबूल की गोंद से एलर्जी हो सकती है। इस एलर्जी से आपको श्वसन और त्वचा की समस्या हो सकती है।  

इसके सेवन से शरीर मे सूजन की समस्या भी हो सकती है।

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